Shadi ke baad Pyar kaise badhaye - शादी के बाद प्रत्येक दंपति अपनी Shadi Ke Baad Ki Zindagi को खुशियो से भरपूर बनाना चाहता है परन्तु आज के जमाने में युवाओँ को ये सब असंभव सा लगता है। शादि के बाद pati patni me pyar kaise badhaye ये एक समस्या बनती जा रही है। Couples कुछ बातों का ध्यान रखें तो वे अपनी Married Life Problems को खत्म करके अपनी शादी के बाद की जिन्दगी में प्यार बढ़ा सकते है।
शादी के बाद कुछ साल तक जब तक कोई Baby नहीं होता, पति पत्नी में प्यार और रोमांस खूब चलता है क्योंकि उनका सारा Time एक दुसरे के लिए होता है। परन्तु जब Baby उनकी जिंदगी में आता है तो दोनों की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। पत्नी का लगाव पति से ज्यादा अपने Baby की ओर हो जाता है और पति का ध्यान पत्नी से ज्यादा परिवार को चलाने और पैसा कमाने की ओर हो जाता है। इसलिए दोनों ही एक दूसरे को ज्यादा समय नहीं दे पाते। समय न दे पाने के कारण दोनो के बीच नाराज़गी ओर लड़ाइयां बढ़ने लगती है।
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उदाहरण के तौर पर हमारे Family Couple है रोहित और रितु। ये दोनों शादी के बाद काफी समय एक दूसरे के साथ बिताते थे। इकठ्ठे बाहर खाना खाने जाना शहर के बाहर घूमने चले जाना। मतलब काफी करीब और खुश रहते थे। लेकिन 1 साल पहले जब उनकी लाइफ में Baby आया तो दोनों का समय बंट गया। अब रितु रोहित को ज्यादा टाइम नहीं दे पाती थी जिससे रोहित चिड़चिड़ा रहने लगा। ऐसा नहीँ की रितु रोहित से प्यार नहीँ करती थी परन्तु baby के कारण उसकी जिम्मेदारियां पहले से दुगनी हो गई थी। इस बात को रोहित समझ नहीं पा रहा था। इसके चलते दोनो में नाराजगी ओर लड़ाई बढ़ गई।
यह कहानी हर दूसरे घर की है। परंतु अगर हम अगर अपनी Shadi Ke Baad Ki Zindagi में होने वाली छोटी छोटी बातों पर ध्यान दे तो हम अपनी Married Life अच्छी बना सकते है इसके लिए आप एक अच्छे Wedding Counselor की सलाह ले सकते हैं। आज हम ऐसी ही कुछ खास बातों के बारे में जानेंगे। तो चलिए जानते है वो कौन सी ऐसी बातें हैं जिनसे Pati Patni me pyar Bana rahe।
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HAPPY DAYS AND GIFTS - खुशियों के दिन ओर उपहार
शादी के बाद Couples को अपने महत्वपूर्ण दिन जैसे Birthday, Ring Ceremony, Anniversary की Dates को याद रखना चाहिए। अगर याद नहीं रख सकते तो अपने Mobile पर उस खास दिन के लिए Reminder लगा लीजिये। उस खास दिन को सुबह सबसे पहले Wish करना चाहिए। Couples एक दूसरे के दिन को Gifts देकर भी खास बना सकते हैं। Wedding Anniversary को तो खासकर Gift देना चाहिए इससे एक दूसरे के लिए Husband Wife Me Pyar बढ़ता है।
याद रखें कि दिए गए Gift को उसकी कीमत से नहीं, Feelings से आंके। एक कीमती Diamond Ring भी दिल को उतना नहीं छू पाती, जितना कि प्यार से दिया गया एक गुलाब का फूल 🌹।
COMPLIMENT EACH OTHER - तारीफ जरूर करें।
सभी औरतें Beauty Lovers होती हैं उन्हें सजना संवरना श्रृंगार करके रखना अच्छा लगता है और वे ये सब करती भी अपने Husband के लिए ही हैं। पति को इस पर कुछ अच्छी सी तारीफ जरूर करनी चाहिए। पत्निया पति से अपनी तरीफ सुनने के लिए बेताब होती हैं। इससे उन्हें खुशी मिलती है।
लेकिन ये बात पत्नियों पर भी लागू होती है कि जब उनके पति सूट बूट पहन कर तैयार हों और Smart And Handsome लग रहे हों तो आपको भी उनकी तारीफ करने से पीछे नहीं रहना चाहिए। Wife से तारीफ सुन कर उनका सीना भी फूल जाता है। इसलिए समय समय पर अच्छा लगने पर तारीफ करते रहें जिससे Husband Wife Me Pyar और आपसी Attachment बढती है।
SORRY TO EACH OTHER - माफी काफी है
Couples के बीच छोटी मोटी तकरार होना स्वभाविक है। क्योंकि जहां प्यार हो वहाँ थोड़ी बोहुत नोंक झोंक भी होती ही है। परन्तु उनमें वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। अगर दोनों में से बात करते वक्त किसी भी प्रकार की गलती हो जाती है या दूसरे की भावना को ठेस पहुंची है तो उसी वक्त खेद प्रकट करते हुए माफी मांग लेने से बात वहीँ समाप्त हो जाती है। ऐसा करने से एक दूसरे की feelings आहत नहीँ होती और खुशियों को ग्रहण लगने से बच जाता है।
पति पत्नी के बीच आपस में किसी भी प्रकार का छिपाव नहीं होना चाहिए। अगर दोनों में से किसी के भी मन मे कोई शंका वाली बात हो तो खुलकर एक दूसरे से बात करें फिर चाहे वह बात अच्छी हो या बुरी, सुख की हो या दुख की। अपनी हर खुशी और गम की बात अपने patner से share जरूर करें। इससे विश्वास बढ़ता है।
MUTUAL ADVICE - दोनो की सलाह से हो काम
परिवार में समय समय पर Important Decision लिए जाते है। सभी Decisions आपसी सलाह मशवरे और सहमति से लेने चाहिए। दोनो में से कोई भी अपना Decision दूसरे पर थोपने की कोशिश न करे। अगर आप ऐसा करते है तो इससे दूसरे की Feelings को ठेस पहुंचती है और लड़ाई का कारण बनती है।
पुरषों का स्वभाव है कि वे अपने आपको अधिक अक्लमंद समझते हैं और कोई भी सलाह करने में अपनी पत्नी को शामिल नहीं करते। हो सकता है जल्दबाजी में पति द्वारा लिया गया Decision गलत साबित हो। और पत्नियों के स्वभाव भी ये होता है कि वे अपना Decision मनवाने के लिए पति को Emotional Blackmail करती है जैसे कि गुस्सा हो बात करना बंद कर देना या रोना स्टार्ट कर देना। इसीलिए एक दूसरे पर अपना Decision थोपने से अच्छा दोनो मिलकर परिवार के लिए एक अच्छा Decision ले जो भविष्य में लाभ देने वाला हो
DON'T TAUNT EACH OTHER - मजाक न उड़ाएं
कभी भी अगर Couple's में अगर किसी बात को लेकर नोंक झोंक हो जाये तो एक दूसरे का मजाक बनाना या ताने मारने से बचें ओर न ही अपनी बात मनवाने के लिए एक दूसरे पर हावी हो।
अगर किसी बात को लेकर शंका है तो Clear कहें बात को घुमा फिरा कर करने से उलझन बढ़ती है। सबसे बड़ी बात पत्नी कभी भी अपने ससुराल वालों को न कोसे ओर न ही पति उसके मायके वालों को गलत कहे। ऐसा करने पर शादीशुदा जिंदगी में काफी खट्टास आ जाती है और प्यार खत्म हो जाता है। इसीलिए हमेशा ताने कसने और उपहास करने से परहेज करें।
FINANCIAL INDEPENDENCE - जरूरी है आर्थिक आजादी
घर हमेशा पति पत्नी दोनों के सहयोग से चलता है। घर में छोटी मोटी चीजो पर खर्च करने का हक पति को ही नहीं बल्कि पत्नी को भी होना चाहिए। पति का फर्ज है कि वो अपनी पत्नी को भी Financial Independence दे, ताकि वह भी अपनी मनमर्जी से खर्च कर सके। कुछ ऐसे खर्चे भी होते हैं जिसका हिसाब मांगने की जरूरत नहीं होती और न ही पत्नी द्वारा Family Budget के अंदर किए गए खर्चे को फिजूल खर्च बताएं।
लेकिन पत्नियों का भी ये धर्म बनता है कि अगर पति ने उसको हर चीज को आजादी दी है तो वो अपने पति की आजादी का फायदा न उठाये ओर घर चलाने में जो आवश्यक खर्चे हो उन्हें ही करें। फिजूल खर्ची एक समझदार इंसान को शोभा नहीं देता।
ROMANCE & ADVENTURE - प्यार और रोमांच
पति अक्सर पैसा कमाने ओर पत्नी घर सम्भालते कई बार थकान महसूस करने लगते है। इससे स्वभाव चिड़चिड़ा होने लगता है जो तकरार का कारण बन जाती है। इसीलिए साल में 1 या 2 बार अपने लिए time जरुर निकले और बाहर कहीं घुमने के लिए जाएँ और उन दिनों को याद करें जब आप हनीमून पर थे
वो सारे हसीन पल याद करिये जो आपने नयी शादी के बाद बिताये। इससे पति पत्नी दोनों में प्यार और रोमांच बढ़ता है। दिल और दिमाग दोनों को राहत और ख़ुशी मिलेगी। आपका मन फिर वही time साथ बिताने का करेगा। यही खुशी तो दांपत्य जीवन का आधार है। जिस तरह का प्यार आपकी शादी के शुरू के दिनों में था वह प्यार हमेशा कायम रहना चाहिए।
LOYALTY IN RELATIONSHIP - वफ़ादारी है जरूरी
शादी एक पवित्र रिश्ता है इसे पति पत्नी दोनों ही वफ़ादारी से निभाए। हमेशा एक दूसरे की जिंदगी अच्छी बनांने का प्रयास करें। Extramarital Affair से हमेशा दूर रहे। इस तरह के संबध हमेशा रिश्ते को तबाही की और ले जाते है। ऐसे संबध पति के भी हो सकते है और पत्नी के भी।
कई बार तो वे इन संबधो के बारे में सब कुछ जानते हुए भी चुप रहते है या हर बार इसी वजह से दोनों में कलह होता है। मगर ये हमेशा याद रखे इस तरह के संबधों का अंत बहुत दुखदाई होता है। Extramarital affair से आप अपने जीवन की सारी खुशियों को खुद ही खत्म कर लेंगे जिसके जिम्मेदार सिर्फ आप खुद होंगे।
Extramarital Affair से अपनी शादीशुदा जिंदगी को ग्रहण न लगाएं। पति पत्नी दोनों को ही एक दूसरे के प्रति वफादार होना चाहिए। इससे आपके आने वाले जीवन पर अच्छा असर पड़ेगा और आपके बच्चों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
SENSE RESPONSIBILITY - भावना और जिम्मेदारी
पति हो या पत्नी दोनों को एक दुसरी की ख़ुशी का हमेशा ख्याल रखना चाहिए। वे एक दूसरे के लिए बने है तो दोनों में एक दूसरे के लिए काफी अच्छी Feelings होती है। इसीलिए कभी भी कोई ऐसी बात या व्यवहार न करे जिससे दूसरे की भावना और सम्मान को ठेस पहुंचे। इसीलिए एक दूसरे की कमियों और गलतियों पर बोलने की बजाए हमेशा प्यार से बोले और व्यवहार करे।
इन सबके बीच दोनों को अपनी जिम्मेदारी का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए। ऐसा देखा जाता है की जब पति बीमार होता है तो पत्नी उसकी सेवा अच्छे से करती है लेकिन जब कभी पत्नी बीमार पड़ती है तो पति अपने कामकाज के चक्कर में पत्नी की तरफ ध्यान ही नहीं दे पाता। पति की भी ये जिम्मेदारी बनती की वह भी काम से थोड़ा फ्री होकर पत्नी का ख्याल रखे।
वे एक दुसरे के सुख के ही नहीं दुःख के भी साथी हैं। पति के परिवार या निकट संबधी में से कोई गूजर जाता है तो पत्नी उनसे सांत्वना जाहिर करती है। उसी तरह पीटीआई को भी पत्नी के मायके या करीबी के शोक प्रसंग में जाना चाहिए और उसे कोशिश नहीं करनी चाहिए।
TRUST YOURSELF - अपने आप पर भरोसा रखें
अंत में ये कहना जरूर बनता है की कैसी भी परिस्थति आ जाये अपने आप पर हमेशा भरोसा रखें इसे कभी भी कमजोर न पड़ने दें। अपने आपसी विवादों और मतभेदों को स्वयं अपने स्तर पर सुलझाएं। अगर सभी कोशिशे करने के बाद भी आप आपसी मतभेद दूर नहीं कर पा रहे तो अपने परिवार के बड़े बुजुर्गो से इस मामले में सलाह करे या फिर आप किसी अच्छे Family Counselor से सलाह कर सकते हैं।
पति पत्नी का रिश्ता शादी के सात फेरे ले लेने से एक अटूट बंधन में बंध जाता है जिसमे प्यार और विश्वास की भावना भरी होती है। इस रिश्ते को हमेशा वफादरी से पूरी उम्र निभाए ताकि ये मिसाल बन सके। तलाक या अलगाव की बात मन में लाना ही शादी जैसे पवित्र रिश्ते का अपमान करना है।
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